Posted By : Karishma Karnwal | मुझे ओम प्रकाश शर्मा जी की पुस्तकें पढ़ने में बहुत रूचि है। वे बहुत ही अच्छे उपन्यास लेखक के रूप में जाने जातें हैं। |
| Posted By : Ramakant Mishra | जनप्रिय लेखक श्री ओम प्रकाश शर्मा जी मेरे प्रेरणा स्रोत रहे हैं . जीवन के उतार चढ़ावों में जब कभी भी हताश - उदास हुआ तो शर्मा जी की शरण गया. मुझे कभी निराशा नहीं हुई . उनके उपन्यासों के पठन से न सिर्फ प्रफुल्ल्ता मिली वरन हताशा भी दूर हुई और सदैव मन में एक विश्वाश उत्पन्न हो गया . मैं शर्माजी के प्रति अपने आभार को व्यक्त कर पाने में समर्थ नहीं हूँ . मेरी यही कामना है कि उनके विचार सभी के मार्गदर्शक हों. |
| Posted By : Vjay Kumar | ओम प्रकाश शर्मा लुगदी साहित्य में लगभग प्रारम्भ से इस साहित्य के धुंधलके तक निरन्तर पाठकों का मनोरंजन करते रहे है। मेरे प्रिय लेखको में से एक है ओ.प्र.शर्माजी। |
| Posted By : Jitendra Mathur | ओमप्रकाश शर्मा जी के उपन्यासों की जो सबसे बड़ी खासियत थी वह यह थी कि उनकी कहानियाँ कहीं और से उठाई हुई नहीं होती थीं, मौलिक होती थीं । उनका उपन्यास 'होटल रंगशाला' मैं अभी भी क्लब के पुस्तकालय से लाकर बार-बार पढ़ता रहता हूँ । उनकी रची हुई कहानियाँ अधिक जटिल नहीं होती थीं लेकिन कहानियाँ और पात्र दोनों ही अपने आसपास के ही मालूम होते थे और इसीलिए मन को भाते थे । |
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